शब्द का अर्थ
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प्रसादी (दिन्) :
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वि० [सं० प्र√सद्+णिच्+णिनि] १. प्रसन्न करनेवाला। २. प्रीति या प्रेम उत्पन्न करनेवाला। प्रीतिकार। ३. शांत। ४. अनुग्रह या कृपा करनेवाला। ५. निर्मल। स्वच्छ। स्त्री० [सं० प्रसाद] १. देवताओं को चढ़ाया हुआ पदार्थ। नैवेद्य। प्रसाद। २. उक्त का वह अंश जो प्रसाद के रूप में लोगों को दिया जाता है। ३. वह चीज जो बड़े लोग प्रसन्न होकर छोटों को देते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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